विडियो एडिटिंग ट्रांजिशन क्या होता है?

हैलो दोस्तों आज हम विडिओ एडिटिंग के कमाल के फीचर विडिओ एडिटिंग ट्रांजिशन क्या होता है? इसके बारे मे चर्चा करेंगे और इसको विडिओ मे किस लिए, किस तरह से जोड़ा जाता है।

आजकल विडिओ तो सभी लोग बनाते है, जिसे एडिटिंग की भी जरूरत होती है। ओर सभी अलग प्रकार के टूल जो विडिओ एडिटिंग मे लिए जाते है। जिसके लिए एडिटिंग की भी काफी जरूरत होती है।

ट्रांजिशन एक ऐसा टूल है, जो आपको किसी भी विडिओ एडिटिंग ऐप मे आसानी से मिल जाता है। सभी ऐप ऐसे है जो इस टूल को अपनी पॉपुलरिटी के लिए प्रवाइड कराते है।

मगर इस बात के लिए मायने नहीं रखता की किस ऐप मे ये टूल मिलेगा, बल्कि मायने ये रखता है। किसी भी ऐप मे किस तरह से काम करता है, ओर हमारी अच्छी विडिओ बनाने के लिए सक्षम है।

आज के इस पोस्ट मे मेरा मकसद आपको ट्रांजिशन के बारे मे भरपूर जानकारी प्राप्त कराना है। जिसे आप बेहद पसंद करने वाले हो ओर ट्रांजिशन के प्रकार जो विडिओ के लिए प्रयोग मे लिए जाते है।

ट्रांजिशन क्या होता है

ट्रांजिशन किसी भी विडिओ मे एक शॉट के बाद दूसरे शॉट को लगाने को ही ट्रांजिशन कहा जाता है। इसके अलावा ट्रांजिशन के बाद ओर भी टूल्स को जोड़ सकते है।

जैसे पहले शॉट के दूसरा शॉट दिखाई पड़ेगा उसके शुरू होते ही आप उसमे स्लो मोशन को जोड़ सकते है। या फिर आप बिलिंकर फ़िल्टर को जोड़ सकते है।

एक अच्छी विडिओ बनाने के लिए ट्रांजिशन के साथ किन किन टूल का प्रयोग किया जाता है:

ट्रांजिशन विद स्लो मोशन: विडिओ के एक शॉट के बाद जब दूसरे शॉट लगाया जाता है, तो आप उसमे स्लो मोशन का प्रयोग कर सकते है। या उसके अलावा आप रीवर्स मोड को भी चुन सकते है।

ट्रांजिशन विद बैकग्राउन्ड इफेक्ट: विडिओ मे एप किसी भी तरह के इफेक्ट को जोड़ सकते है, जिससे विडिओ का प्रभाव ओर भी ज्यादा आकर्षक लगने लगता है।

ट्रांजिशन मे ओर भी टूल का प्रयोग किया जाता है, जिससे विडिओ के विज़न मे मिल जाता है, जिसके अंदर आपको टूल्स इतने प्रयोग मे लेने नहीं पड़ते ओर विडिओ भी शानदार बन जाती है।

विडिओ एडिटिंग ट्रांजिशन के लिए अब बात आती है, कोन से ऐप से अच्छा ट्रांजिशन प्रभाव रहता है। लगभग सभी ऐप ऐसे है जो ट्रांजिशन को लेकर अच्छे काम करते है। जैसे किनेमास्टर वीडियो एडिटर और Vlogit काफी अच्छे है।

ट्रांजिशन के प्रकार

ट्रांजिशन के प्रकार काफी सारे भी हो सकते है, लेकिन एक एडिटर के हिसाब से तो काफी सारे प्रकार के है। जिसे एक मूवी या यूट्यूब के लिए प्रयोग मे लिया जाता है।

ट्रांजिशन के विडिओ को ट्रिमिंग भी कर सकते हो, ओर ट्रिमिंग तभी हो पट्टी है। जब विडिओ को कट किया जाता है। इसके अलावा फैड इन फैड आउट भी ट्रांजिशन मे कर सकते हो।

ट्रांजिशन के प्रकार किस तरह के है:

  1. मिक्स डिसॉल्व क्रॉस फैड: ये वाला पर्डक्शन भी एक तरह से ट्रांजिशन को प्रकाशित करते है, जिसमे एक शॉट धीरे धीरे ओवरलैप करते हुए दूसरे शॉट पर दिखाई पड़ता है। जिसे ओवरलैपइंग भी कहते है। इस ट्रांजिशन का प्रयोग विडिओ की डोकमेंट्री क लिए भी किया जाता है। जहां हम विडिओ के बड़े शॉट को धीमी गति से भी दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  2. ट्रांजिशन वाइप: विडिओ मे इस तरह के ट्रांजिशन को जिओमेट्रिक पैटर्न के लिए प्रयोग किया जाता है, जिससे विडिओ की सही दिशा को दर्शाता है। तथा विडिओ की पकड़ मजबूत रख सके। एक वाइप का प्रयोग तब किया जाता है, जब एक शॉट को फ्रेम से हटाते है। इस टूल के अंतर्गत काफी टूल ओर आते है, जैसे बैंड वाइप, क्लाक वाइप आदि।
  3. ट्रांजिशन कट: ट्रांजिशन मे कट का प्रयोग इसलिए किया जाता है, यदि हमे कोई भी शॉट से दूसरे शॉट पर जाना है। तो विडिओ को कट करेंगे। ओर उसको सही तरह से सेट करेंगे, अधिकतर ट्रांजिशन कट का प्रयोग न्यूज स्टोरीस या कोई भी मूवी को बनाने के लिए किया जाता है।
  4. फैड इन ओर फैड आउट: यह सबसे ज्यादा प्रयोग मे लिए जाने वाला ट्रांजिशन है, जिसके अंदर स्क्रीन के कलर को ओपन होने पर धीरे बदल देता है। या कोई भी सिंगल कलर धीरे धीरे स्क्रीन पर बदल जाता है।

विडियो में ट्रांजीशन कैसे जोड़ते है?

विडिओ एडिटिंग मे ट्रांजीशन काफी महत्वपूर्ण है, ओर जरूरत से ज्यादा विडिओ मे ट्रांजीशन उपयोग करना काफी बड़ी गलती हो सकती है। जिससे विडिओ खराब हो सकती है।

विडिओ मे ट्रांजीशन जोड़ने के लिए आपको एडिटिंग एप की जरूरत होगी, वैसे तो अब इंस्टाग्राम ओर फेस्बूक भी रील्स बनाने पर ट्रांजीशन उपयोग करने का ऑप्शन देते है।

लेकिन सबसे बेस्ट है अगर आप किसी भी एप से ट्रांजीशन को अपनी विडिओ मे जोड़ेंगे इससे विडिओ की क्वालिटी पर असर नहीं पड़ता ओर ना ही उसके पिक्सेल फटते है।

तो सबसे पहले हम किसी भी मशहूर एप को डाउनलोड करेंगे फिर उसको ओपन करेंगे इसके बाद हम अपनी विडिओ जिसको हम एडिट करना चाहते है।

इसके बाद विडिओ एप मे वो सभी टूल्स दिखाई जिसे आप प्रयोग करना चाहते है, याद रहे ये अलग अलग नाम से जाना जाता है, जैसे की फैड इन फैड आउट से भी ये आपको एप मे मिल जाएगा।

इसके बाद अपनी विडिओ पर उसको सिलेक्ट करेंगे ओर फिर आगे के प्रोसेस मे उसको अगर कट करना चाहते है तो कट करेंगे। अगर वाइप करना चाहते है तो वाइप करेंगे। जैसा आप चाहते है अपने अनुसार इसमे ट्रांजीशन कर सकते है।

सारांश

दोस्तों आप लोग सबसे ज्यादा Youtube पर ही विडियो बनाने के लिए सबसे अच्छा वीडियो बनाने वाला एप्स की तलाश करते रहते है। इसीलिए मैंने इस वेबसाइट पर बहुत सारे ऐप्स के बारे में बताया है, और इस आर्टिकल के माध्यम से आपको ट्रांजिशन क्या होता है इसके बारे में जानकारी प्रदान कराई है। आशा है की आज का ये आर्टिकल आपको पढ़कर अच्छा लगा होगा।

इस आर्टिकल और ब्लॉग को अपने दोस्तों के साथ Share जरूर करे। यदि आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी जानकारी या सवाल है तो उसे Comment Box मे करे हम जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

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Ravi Kumar Sharma

मेरा नाम रवि कुमार शर्मा है, मुझे विडियो एडिटिंग के बारे में बहुत ज्ञान है इसीलिए मैंने यह ब्लॉग आप लोगो की हेल्प के लिए बनाया हूँ। ताकि आप भी विडियो एडिटिंग सीख कर अपने सोशल मीडिया अकाउंट को ग्रो कर पाए।

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